दन्तेवाड़ा वाणी: इन आदिवासियों पर रहम करो ठाकुर साब:
रमन सिंह जी सोलह साल पहले मैं यूपी से बस्तर आया था । पता चला है आपका परिवार भी यूपी से ही छत्तीसगढ़ आया था । इस तरह से इस प्रदेश में हम दोनों बाहरी ही हैं । इस प्रदेश के लोगों ने हम बाहरी लोगों को प्रेम से आपने बीच बसने दिया और इज्जत शोहरत और दौलत कमाने दी । आज हम दोनों ही इस प्रदेश के मूल निवासियों से हर मामले में आगे हैं ।
रमन सिंह जी मुझे हमेशा महसूस होता है कि इस प्रदेश के लोगों की भलमनसाहत की इज्जत करते हुए हमें इन की सेवा करने का तो अधिकार है परन्तु इनका नुकसान करने का कोई हक हमें नही हैं ।
आपके नेतृत्व में बस्तर के आदिवासियों के लिये एक अभियान चलाया गया जिसे मैंने बिल्कुल नज़दीक से देखा और भोगा है और आज भी भोग रहा हूँ जिसका नाम सलवा जुडुम हैं ।
Read more...
No comments:
Post a Comment